- February 20, 2024
जल्द पटरी पर दौड़ती दिखेंगी 50 अमृत भारत एक्सप्रेस, रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव का बड़ा ऐलान
Ashwini Vaishnaw: वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) की सफलता से उत्साहित होकर चलाई गई अमृत भारत एक्सप्रेस (Amrit Bharat Express) को जनता का खूब प्यार मिला है. सोमवार को रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने ऐलान किया कि अमृत भारत ट्रेन को बड़ी सफलता मिली है. इसके चलते 50 अमृत भारत ट्रेनों को मंजूरी दे दी गई है. रेलमंत्री ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर ट्वीट कर इस फैसले की जानकारी दी. अंतरिम बजट से पहले अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि हर साल 300 से 400 अमृत भारत एक्सप्रेस चलाई जाएंगी. अब इस बड़ी घोषणा से उस पर मोहर लग गई है.
अमृत भारत ट्रेन की बड़ी सफलता के बाद, 50 अमृत भारत ट्रेनों को मंजूरी दी गई है। pic.twitter.com/nfEqHL3bC4
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) February 19, 2024
सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर दी जानकारी
अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट में अमृत भारत एक्सप्रेस का एक 33 सेकेंड का छोटा वीडियो पोस्ट किया है. इसे देर रात तक 1.88 लाख व्यूज मिल चुके थे. वंदे भारत ट्रेनों का मजा आम आदमी को भी कम कीमत में देने के लिए रेलवे ने अमृत भारत को लॉन्च किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 दिसंबर, 2023 को देश को 2 अमृत भारत एक्सप्रेस का तोहफा दिया था. पीएम मोदी ने इन्हें अयोध्या से हरी झंडी दिखाई थी.
आधुनिक सुविधाओं से लैस है अमृत भारत
वंदे भारत की तरह डिजाइन की गई अमृत भारत पुल-पुश ट्रेन है. इसमें आगे और पीछे दो इंजन हैं. इस वजह से यह आसानी से तेज रफ्तार हासिल कर लेती है. साथ ही झटके भी कम लगते हैं. इसकी अधिकतम रफ्तार 130 किमी प्रति घंटा रखी गई है. इसका इंटीरियर भी बिलकुल नया है. अमृत भारत नॉन एसी ट्रेन है जबकि वंदे भारत एसी ट्रेन होती है. अमृत भारत में स्लीपर कोच होते हैं जबकि वंदे भारत सिटिंग ट्रेन है. ट्रेन में सामान रखने की पर्याप्त जगह और सीटें आरामदायक हैं. अमृत भारत ट्रेनों में आधुनिक मॉड्यूलर टॉयलेट भी हैं. अमृत भारत में कई मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट और मोबाइल होल्डर भी लगे हैं.
रेलवे स्टॉक कर रहे शानदार प्रदर्शन
वंदे भारत और अमृत भारत की सफलता पर सवार होकर पिछले कुछ समय में रेलवे की विभिन्न कंपनियां शेयर बाजार पर अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं. इनमें टीटागढ़ रेल सिस्टम्स, इरकॉन इंटरनेशनल, आईएआरएफसी, रेल विकास निगम, बीईएमएल, रेलटेल, कंटेनर कॉर्प ऑफ इंडिया, आरआईटीईएस और आईआरसीटीसी शामिल हैं. इन्होंने निवेशकों की झोलियां भर दी हैं.
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