- April 22, 2025
हाथ मिलाया, गोद में बिठाया… पीएम मोदी ने जेडी वेंस के बच्चों को कुछ यूं किया दुलार

JD Vance Meets PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (21 अप्रैल,2025) अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और उनके परिवार का स्वागत 7 लोक कल्याण मार्ग पर किया. प्रधानमंत्री ने वेंस के बच्चों के साथ इस मुलाकात के दौरान खूब अपनापन दिखाया. वे वेंस के दोनों बेटों के हाथ थामकर उन्हें अपने साथ ले जाते नजर आए. इस दौरान पीएम मोदी बड़े बेटे के साथ हंसी-खुशी में हाई-फाइव करते भी दिखाई दिए.
प्रधानमंत्री जब वेंस के परिवार से अपने सरकारी आवास पर मिले तो उन्होंने बच्चों से बातचीत शुरू की. पीएम मोदी वेंस के छोटे बेटे से कुछ समझा रहे थे तभी बड़ा बेटा अपने पिता की गोद से उतरकर सीधे पीएम मोदी की गोद में आकर बैठ गया. पीएम ने भी उसे गोद में बिठाया और प्यार से दुलार किया. इस आत्मीय मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने वेंस के बच्चों को मोर पंख भी भेंट किए, जो भारतीय परंपरा में शुभ और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माने जाते हैं.
किन मुद्दों पर हुई चर्चा?
मोर का पंख गिफ्ट करना सिर्फ एक प्रतीकात्मक कूटनीतिक इशारा नहीं था, बल्कि भारतीय संस्कृति की गहराई और प्रधानमंत्री मोदी की व्यक्तिगत पहचान की भी झलक था. मोर पंख सौंपना, भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और सम्मान की भावना को दर्शाता है. माना जा रहा है कि इस मुलाकात में दोनों देशों के बीच संभावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते, टैरिफ मुद्दे जैसे विषयों पर चर्चा हुई होगी.
ऐतिहासिक यात्रा और खास मुलाकातें
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस चार दिवसीय भारत यात्रा पर हैं और यह किसी अमेरिकी उपराष्ट्रपति की 12 वर्षों में पहली भारत यात्रा है. इससे पहले 2013 में तत्कालीन राष्ट्रपति जो बाइडेन भारत आए थे. वेंस की यह यात्रा उस समय हो रही है जब अमेरिका ने हाल ही में 60 देशों के टैरिफ नियमों में बदलाव की घोषणा की है, जिसमें भारत भी शामिल है. ऐसे में यह यात्रा द्विपक्षीय व्यापार वार्ता के लिए बेहद अहम मानी जा रही है.
प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक के बाद, वेंस और उनके प्रतिनिधिमंडल के सम्मान में विशेष रात्रिभोज का आयोजन किया गया. इससे पहले वेंस अपने परिवार के साथ दिल्ली स्थित स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर भी गए.
मंदिर में श्रद्धा और प्रशंसा
अक्षरधाम मंदिर में दर्शन के बाद, उपराष्ट्रपति वेंस ने विजिटर्स बुक में लिखा, “आपकी मेहमाननवाजी और आत्मीयता के लिए धन्यवाद. यह मंदिर न केवल अत्यंत सुंदर है, बल्कि भारत की कला और संस्कृति का प्रतीक भी है. हमारे बच्चों को यहां बहुत आनंद आया. भगवान आप सभी को आशीर्वाद दें.”