• March 31, 2023

चीन ने भारत को भड़काने वाले कदम उठाए, बाइडेन के खासमखास ने कहा- अमेरिका साथ देने को तैयार

चीन ने भारत को भड़काने वाले कदम उठाए, बाइडेन के खासमखास ने कहा- अमेरिका साथ देने को तैयार
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US Think Tank Report On China: व्हाइट हाउस के एक टॉप अधिकारी ने कहा है कि भारत-चीन की सीमा पर बीजिंग ने उकसाने वाले कदम उठाए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के उप सहायक और इंडो पैसिफिक के समन्वयक कर्ट कैंपबेल ने दोहराया कि वॉशिंगटन नई दिल्ली के साथ अधिक निकटता के साथ काम करने को तैयार है.

वॉशिंगटन स्थित एक थिंक टैंक को कैंपबेल ने कहा कि भारत अमेरिकी गठबंधन का हिस्सा नहीं है और न ही होगा लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम करीबी सहयोगी नहीं होंगे. हमें उस भूमिका को समझने की जरूरत है जो वैश्विक मंच पर भारत एक महान राष्ट्र के रूप में निभाएगा. 

भारत-अमेरिका का रिश्ता बहुत मजबूत

अमेरिका में भारतवंशियों की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा, भारत के साथ अमेरिका का संबंध पहले से ही बहुत मजबूत है और इसके लोगों का लोगों से संबंध शायद किसी भी देश से ज्यादा मजबूत है. हम इस सबंध को गहरा करना चाहते हैं.

अमेरिका के थिंक टैंक, ‘सेंटर फॉर ए न्यू अमेरिकन सिक्योरिटी’, ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि भारत-चीन सीमा पर लगातार घुसपैठ और झड़पें हो रही हैं और इससे चौतरफा संघर्ष होने का खतरा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत-चीन की सीमा पर बढ़ती दुश्मनी का असर अमेरिकी भारत-प्रशांत रणनीति पर पड़ा है.

चीन के साथ तनाव के चलते भारत के सामने डबल चुनौती

रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय अधिकारियों का मानना ​​है कि चीन के साथ तनाव के चलते भारत को पाकिस्तान के साथ अपनी पश्चिमी सीमा और चीन के साथ पूर्वी सीमा पर डबल चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. इसके चलते भारत को संसाधनों को अधिक झोंकना पड़ रहा है.

कैंपबेल ने थिंक-टैंक से कहा, “चीन ने 5,000 मील की इस विशाल सीमा पर कुछ ऐसे कदम उठाए हैं, वे भारतीय दोस्तों के लिए भड़काने और चिंतिंत करने वाले हैं.”

भारत की मदद के लिए अमेरिका को सलाह

रिपोर्ट में चीनी आक्रामकता को रोकने के लिए कई सुझाव भी दिए गए हैं जिनमें एक प्रमुख है कि अमेरिका को चीन के साथ भारत के सीमा विवाद और भारत-प्रशांत क्षेत्र में अन्य सहयोगियों के खिलाफ बीजिंग की आक्रामकता के मुद्दों को मुखरता से उठाना चाहिए. 

इसमें यह भी सिफारिश की गई है कि भारत को अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए अमेरिका जरूरी एडवांस मिलिट्री टेक्नोलॉजी की पेशकश करे और सैन्य उपकरणों के लिए साथ मिलकर उत्पादन और विकास की शुरुआत करे. इसमें भारत की समुद्री और नेवी को भी मजबूत करने में सहायता की बात कही गई है.

पाकिस्तान को सख्त संदेश

रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान को संदेश दें कि संभावित भविष्य में भारत-चीन सीमा पर तनाव भड़कने की स्थिति में वह तटस्थ रहे. कैंपबेल ने कहा कि भारत-अमेरिका संबंध “21वीं सदी में संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंध है.”

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