- September 2, 2025
भारत में अपना कारोबार समेटने की तैयारी में जुटा यह बैंक, क्या आपका भी है अकाउंट?

Deutsche Bank: जर्मनी के सबसे बड़े बैंकों में से एक ड्यूश बैंक (Deutsche Bank) भारत में अपना रिटेल कारोबार बेचने पर विचार कर रहा है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ड्यूश बैंक ने अपने रिटेल बैंकिंग एसेट्स को बेचने के लिए देशी और विदेशी बैंकों को बोली लगाने के लिए आमंत्रित किया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ड्यूश बैंक ने बैंकों से बोली लगाने की समयसीमा 29 अगस्त तय की है. अब तक किन-किन बैंकों की तरफ से बोली लगाई जा चुकी है इस बारे में खुलासा नहीं किया गया है.
पहले भी रिटेल बिजनेस को बेचने की हुई थी कोशिश
ड्यूश बैंक इन दिनों भारत में अपना रिटेल कारोबार पूरी तरह से समेटने की संभावनाओं को तलाश रहा है. इसकी फिलहाल देश में 17 शाखाएं हैं. इसी साल की शुरुआत में बैंक ने अपने रिटेल बिजनेस को और ज्यादा प्रॉफिटेबल बनाने के प्लान भी बनाए थे. मार्च में, बैंक के सीईओ क्रिश्चियन सिविंग ने कहा था कि बैंक अपनी शाखाओं में लागत कम करने के लिए लगभग 2,000 नौकरियों में कटौती करेगा.
इससे पहले, साल 2017 में ड्यूश बैंक ने भारत में अपने रिटेल और वेल्थ मैनेजमेंट बिजनेस को बेचने की कोशिश की थी, लेकिन बाद में इस प्लान को टाल दिया गया. ड्यूश बैंक ने भारत में अपने रिटेल बिजनेस के वैल्यूएशन की कोई जानकारी नहीं दी है. कारोबारी साल 2025 में बैंक का रिटेल बिजनेस से रेवेन्यू 278.3 मिलियन डॉलर रहा.
कई दूसरे विदेशी बैकों ने भी कम किया निवेश
भारत दुनिया की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, यहां धनी व्यक्तियों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है, लेकिन बावजूद इसके स्थानीय बैंकों से कड़ी प्रतिस्पर्धा और नियामकीय सीमाओं के कारण देश में विदेशी बैंकों को राजस्व बढ़ाने में कठिनाई हो रही है.
ड्यूश बैंक से पहले सिटी बैंक ने भी साल 2022 में भारत में अपना निवेश कम करने का फैसला लिया था. उस दौरान बैंक ने अपने क्रेडिट कार्ड और रिटेल बिजनेस को बेचने का सोचा था. पिछले साल, स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने भी अपनी 48.8 करोड़ डॉलर के पर्सनल लोन बुक को कोटक महिंद्रा बैंक को बेच दी थी.
ग्राहकों पर असर
अगर कोई नया बैंक ड्यूश बैंक का रिटेल कारोबार खरीदता है, तो जाहिर तौर पर इसका असर बैंक की सर्विस पॉलिसी और नेटवर्क पर पड़ेगा. ऐसे में लोन पर इंटरेस्ट रेट, प्रॉसेसिंग फीस और दूसरे चार्जेस भी बदल सकते हैं. अगर किसी ने ड्यूश बैंक से पर्सनल या होम लोन ले रखा है, तो उसे भी नए बैंक के पास ट्रांसफर किया जा सकता है. हालांकि, इससे जुड़ी हर जानकारी पहले से ग्राहकों को दे दी जाएगी. हो सकता है कि नए बैंक के साथ ट्रांजैक्शन अनुभव अलग हो. इनकी मोबाइल बैंकिंग, नेट बैंकिग का पैटर्न कुछ अलग हो.
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