- October 10, 2025
इजरायल ने बनाया दुनिया का सबसे खतरनाक हथियार, नेतन्याहू बोले- ‘अब यह अमेरिका के पास’

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दुनिया में हलचल मचा देने वाला दावा किया है. उन्होंने कहा है कि इजरायल ने दुनिया का सबसे खतरनाक और उन्नत हथियार विकसित किया है, जिसे अब अमेरिका को सौंप दिया गया है. बीते सोमवार (6 अक्तूबर 2025) को अमेरिकी पत्रकार बेन शापिरो के साथ दिए एक इंटरव्यू में नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल अमेरिका को वे हथियार देता है, जो किसी भी अन्य महाशक्ति के पास नहीं हैं. हमने ऐसी तकनीकें विकसित की हैं, जो केवल हमारे पास हैं और हम उन्हें अमेरिका के साथ साझा करते हैं.”
बेंजामिन नेतन्याहू ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि वह किस हथियार या रक्षा तकनीक की बात कर रहे थे, लेकिन उनके इस बयान ने वैश्विक रक्षा विशेषज्ञों में चर्चा छेड़ दी है. इंटरव्यू में नेतन्याहू ने ईरान की बढ़ती परमाणु क्षमताओं पर चिंता जताई. उन्होंने दावा किया कि ईरान अब ऐसी अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलें (ICBM) बना रहा है, जो न्यूयॉर्क, वॉशिंगटन, बोस्टन और मियामी जैसे अमेरिकी शहरों को निशाना बना सकती हैं. नेतन्याहू ने कहा, ”ईरान अब 8,000 किलोमीटर तक वार करने वाली मिसाइलें बना चुका है. अगर वे 3,000 किलोमीटर और जोड़ लें तो वे अमेरिका के पूर्वी तट तक पहुंच सकते हैं. यह वाकई एक बड़ा खतरा है.” उन्होंने कहा कि ईरान की यह क्षमता न केवल मध्य पूर्व, बल्कि अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी चुनौती बन सकती है.
किसी भी अमेरिकी शहर को ब्लैकमेल कर सकता
बेंजामिन नेतन्याहू के अनुसार ईरान अब किसी भी अमेरिकी शहर को ब्लैकमेल कर सकता है. आप उन लोगों की परमाणु बंदूक के नीचे नहीं रहना चाहेंगे जो अमेरिका मुर्दाबाद के नारे लगाते हैं.” बेंजामिन नेतन्याहू ने इंटरव्यू में यह भी बताया कि इजरायल और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग पहले से कहीं अधिक मजबूत हुआ है. दोनों देश अब मिलकर ऐसे आक्रामक और रणनीतिक हथियार विकसित कर रहे हैं, जो किसी भी सुपरपावर के पास नहीं हैं. उन्होंने कहा, ”दुनिया के सबसे उन्नत हथियार इजरायल ने बनाए हैं और हमने उन्हें अमेरिका के साथ साझा किया है. यह साझेदारी सिर्फ सुरक्षा के लिए नहीं, बल्कि भविष्य की रक्षा तकनीक को आकार देने के लिए है.”
ईरान-इजरायल तनाव एक बार फिर बढ़ा
नेतन्याहू का यह बयान उस समय आया है ,जब ईरान और इजरायल के बीच तनाव पहले से ही चरम पर है. तेहरान ने हाल ही में नए प्रकार की हाइपरसोनिक मिसाइलों के सफल परीक्षण का दावा किया था, जो किसी भी रक्षा प्रणाली को चकमा देने में सक्षम बताई गई है. इजरायल का मानना है कि ईरान की यह नीति क्षेत्रीय स्थिरता और परमाणु अप्रसार संधि (NPT) के लिए गंभीर खतरा है. नेतन्याहू कई बार यह कह चुके हैं कि ईरान अगर परमाणु हथियार हासिल करता है तो मध्य पूर्व में कोई देश सुरक्षित नहीं रहेगा.”
क्या अमेरिका के साथ साझा हथियार ‘AI’ आधारित है?
रक्षा विश्लेषकों के अनुसार, नेतन्याहू जिस “अत्याधुनिक हथियार” की बात कर रहे हैं, वह संभवतः कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और ड्रोन नेटवर्क पर आधारित हो सकता है. इजरायल पहले ही अपने Iron Beam लेजर रक्षा सिस्टम और AI-युक्त मिसाइल डिफेंस को लेकर दुनिया में चर्चा में है. अमेरिका और इजरायल के बीच पहले से Iron Dome और David’s Sling जैसी संयुक्त परियोजनाएं चल रही हैं, जो अब अगले स्तर की तकनीक में तब्दील हो रही हैं. हालांकि, नेतन्याहू के इस बयान ने यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या यह नया हथियार रक्षा प्रणाली है, साइबर हथियार है या परमाणु तकनीक से जुड़ा है.
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