- May 13, 2025
तूफानी तेजी के एक दिन बाद 870 अंक लुढ़का सेंसेक्स, फिसले इन कंपनियों के शेयर

Stock Market Today: एक दिन पहले जबरदस्त उछाल के बाद हफ्ते के दूसरे कारोबार दिन मंगलवार 13 मई 2025 को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई है. एसएंडपी पर बीएसई सेंसेक्स सुबह साढ़े नौ बजे 701.87 अंक नीचे फिसल कर 81,728.03 पर पहुंच गया. उसके बाद सेंसेक्स और 900 अंक नीचे लुढ़क गया. जबकि एनएसई का निफ्टी 50 भी 200 अंक गिरकर 24,700 के करीब पहुंच गया है. इन्फोसिस के शेयर में 2 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है. साथ ही, एटरनल के शेयरों में भी आज गिरावट का दौर जारी है.
एक दिन पहले जबरदस्त उछाल
इससे पहले, सोमवार को भारत और पाकिस्तान के सीजयफायर का सीधा असर घरेलू शेयर बाजार पर दिखा और सेंसेक्स ने 2975.43 प्वाइंट की जबरदस्त छलांग लगाकर सात महीने से ऊपर स्तर 82,429.90 पर बंद हुआ. जबकि एनएसई पर निफ्टी 916.70 अंक ऊपर चढ़ गया और 3.82 प्रतिशत की उछाल के साथ 24,924.70 के अंक पर बंद हुआ.
जानकारों का मानना है कि अमेरिका और चीन के बाच बनी व्यापारिक सहमति और भारत चीन सीमा पर तनाव कम होने से बाजार में ये शानदार रुझान देखने को मिला है. सोमवार को सबसे ज्यादा तेजी आईटी, धातु, रियल्टी और प्रौद्योगिकी के शेयरों में हुई जबरदस्त खरीदारी के चलते देखने को मिली. इससे पहले दोनों सूचकांकों ने पिछले साल 3 जून 2024 को लोकसभा चुनाव के आए परिणाम से एक दिन पहले सबसे ज्यादा बढ़त दर्ज की थी. उस समय सेंसेक्स 2,507.45 ऊपर चढ़ गया था जबकि निफ्टी 733.20 अंक उछल गया था.
विदेशी निवेश से बाजार को मिली मजबूती
जियोजीत इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के रिसर्च चीफ विनोद नायर का कहना है कि सकारात्मक भू-राजनीतिक और आर्थिक घटनाक्रम के मेल ने हाल के दिनों की सबसे बड़ी एक दिन की तेजी का रास्ता तैयार किया.’’ नायर का मानना कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का प्रवाह जारी रहने, साथ ही कारोबारी धारणा में तेजी से सुधार की उम्मीदों ने खुदरा भागीदारी बढ़ाई जिससे इस तेजी को बल मिला.
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के रिसर्च डिप्टी हेड अजित मिश्रा का कहना है कि अमेरिका-चीन ट्रेड डील की खबर ने उत्साहजनक खबर ने सकारात्मक धारणा को और बढ़ाया. इससे सत्र आगे बढ़ने के साथ निवेशकों का विश्वास और मजबूत हुआ. उनका मानना है कि अमेरिका और चीन ने एक-दूसरे पर लगाए ऊंचे टैरिफ पर 90 दिनों का ब्रेक लगा दिया है. साथ ही, अमेरिका ने चीनी वस्तुओं पर शुल्क को 145 प्रतिशत से घटाकर 30 प्रतिशत करने पर सहमति जताई है जबकि चीन ने अमेरिकी वस्तुओं पर शुल्क को 125 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत करने की घोषणा की. इससे भी बाजार पर जरदस्त प्रभाव हुआ है.