- December 12, 2024
पाकिस्तान के साथ संबंधों को सुधारने पर रूस दे रहा जोर, भारत के लिए चिंता का सबब
Russia-Pakistan Relations : रूस और पाकिस्तान के बीच पिछले कुछ समय में संबंधों में बेहतरी देखने को मिल रही है. इसी बेहतरी के साथ आगे बढ़ते हुए पाकिस्तान और रूस दोनों देशों ने ऊर्जा परियोजनाओं, तेल और गैस व्यापार के लिए एक समझौते पर साइन किया है. दोनों देशों के बीच यह समझौता गुरुवार (12 दिसंबर) को एक हाई लेवल मीटिंग में हुआ है. मीटिंग के दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार, आर्थिक, वैज्ञानिक और तकनीक में सहयोग को लेकर बातचीत हुई है. रूस और पाकिस्तान के बीच पाकिस्तान स्ट्रीम गैस पाइपलाइन (PSGP) में रूस के निवेश, तेल और गैस की खोज के लिए (ऑफशोर ड्रिलिंग) जैसे मुद्दों को लेकर सहमति बनी है. बता दें कि दोनों देशों ने PSGP को बेसिक इंफ्रास्ट्रचर के कार्यक्रम का हिस्सा माना है. जिसका उद्देश्य सस्ती गैस आपूर्ति को सुनिश्चित करना है.
पाकिस्तान की वेबसाइट ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, PSGP प्रोजेक्ट एक बड़े बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोग्राम का हिस्सा है. इस प्रोग्राम के तहत गैस इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास करना और सस्ती गैस की सप्लाई सुनिश्चित करना है. रूस की कंपनी ऑपरेशनल सर्विसेज सेंटर, पाकिस्तान को तेल की सप्लाई करती है और कंपनी ने आगे भी इस तेल सप्लाई को जारी रखने पर सहमति जताई है. खास बात यह है कि रूस और पाकिस्तान दोनों देशों ने काला सोना यानी तेल और नीला सोना यानी गैस की खोज पर जोर दिया है.
रूस और पाकिस्तान के बीच हुए कई अहम समझौते
रूस की कंपनी आर्टेल ने पाकिस्तान के गैस और तेल बाजार के लिए इंडस्ट्रियल कम्युनिकेशन सिस्टम सप्लाई करने की बात कही है. रूस ने पाकिस्तान को कोयला और कोयला के रसायनिक उत्पादों के निर्यात की इच्छा भी जताई है. पाकिस्तान और रूस के बीच हुए ये समझौते दोनों देशों में बेहतर हो रहे रिश्ते को भी दिखा रहा है.
भारत के लिए बनेगा चिंता का सबब
रूस और पाकिस्तान के बीच सीधी हवाई सेवा शुरू करने को लेकर चर्चा हो रही है, जिस पर जल्दी ही फैसला लिया जा सकता है. इन दोनों देशों के बीच बेहतर हो रहे सभी का ध्यान खींच रही है. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि रूस कई दशकों से भारत का दोस्त रहा है और अब पाकिस्तान के साथ उसकी दोस्ती बेहतर होती दिख रही है. उल्लेखनीय है कि बीते कुछ समय में रूस ने पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों को सुधारने पर जोर दिया है. कुछ एक्सपर्ट्स पाकिस्तान और चीन के साथ रूस के बेहतर संबंध को भारत के लिए चिंता का सबब भी मान रहे हैं.